सुनके मेरे मरने की खबर वो रोया क्यूँ था।
EK Khalish Ab Bhi Mujhe BeChain Karti Hai Faraz,
Sunke Meri Marne Ki Khabar Wo Roya Kyun Tha.
जब खिजां आएगी तो लौट आएगा वो भी,
वो बहारों में जरा कम ही निकला करता है।
Jab Khizan Aayegi To Laut Aayega Wo Bhi,
Wo Bahaaron Mein Zara Kam He Nikla Karta Hai.
एक महरूम चले 'मीर' हमीं इस दुनिया से,
वर्ना आलम को जमाने ने दिया क्या-क्या कुछ।
Ek Mehroom Chale Mir Humein Iss Duniya Se,
Varna Aalam Ko Zamane Ne Diya Kya-Kya Kuchh.
हमारे आगे तिरा जब किसी ने नाम लिया,
दिल-ए-सितम-ज़दा को हम ने थाम थाम लिया।
Humare Aage Tera Jab Kisi Ne Naam Liya,
Dil-e-Sitam-Zada Ko Humne Thaam Thaam Liya.
किसी को कैसे बताएँ जरूरतें अपनी,
मदद मिले न मिले आबरू तो जाती है।
Kisi Ko Kaise Batayein Jaruratein Apni,
Madad Mile Na Mile Aabroo To Jaati Hai.
उनसे कह दो मुझे ख़ामोश ही रहने दे 'वसीम',
लब पे आएगी तो हर बात गिराँ गुज़रेगी।
Unse Keh Do Mujhe Khamosh Hi Rehne De Waseem,
Lab Pe Aayegi To Har Baat Giraan Gujregi.
सोचता हूँ कि उस की याद आख़िर,
अब किसे रात भर जगाती है,
क्या सितम है कि अब तिरी सूरत,
ग़ौर करने पे याद आती है,
कौन इस घर की देख-भाल करे,
रोज़ इक चीज़ टूट जाती है।
बेदिली क्या यूँ ही दिन गुज़र जाएंगे,
सिर्फ जिंदा रहे हम तो मर जायेंगे।
आज का दिन भी ऐश से गुज़रा,
सर से पाँव तक बदन सलामत है।
ये दुख अलग है कि उससे मैं दूर हो रहा हूँ,
ये ग़म जुदा है वो ख़ुद मुझे दूर कर रहा है,
तेरे बिछड़ने पर लिख रहा हूँ मैं ताज़ा ग़ज़लें,
ये तेरा ग़म है जो मुझको मशहूर कर रहा है।
मेरे आँसू नही थम रहे कि वो मुझसे जुदा हो गया,
और तुम कह रहे हो कि छोड़ो अब ऐसा भी क्या हो गया,
मय-कदों में मेरी लाइनें पढ़ते फिरते हैं लोग,
मैंने जो कुछ भी पी कर कहा फ़लसफ़ा हो गया।