Mere Wajood Ko Tarsegi
रूठा अगर तुझसे तो इस अंदाज से रूठूंगा,
तेरे शहर की मिट्टी भी मेरे वजूद को तरसेगी।
Roothha Agar Tujhse To Iss Andaaz Se Roothhunga,
Tere Shahar Ki Mitti Bhi Mere Wajood Ko Tarsegi.
तू रूठकर गया है तो मत आ के मुझसे मिल,
मंज़र तेरी शिकस्त का मुझसे देखा न जाएगा।
Tu Roothh Kar Gaya Hai To Mat Aake Mujhse Mil,
Manzar Teri Shikast Ka Mujhse Dekha Na Jayega.
नजर बचा कर गुजर जाएँ वो मुझसे लेकिन,
मेरे ख्याल से तो दामन वो बचा नहीं सकते।
Najar Bacha Ke Gujar Jayein Wo Mujhse Lekin,
Mere Khayal Se To Daaman Wo Bacha Nahi Sakte.
ज़िद मत किया करो मेरी दास्तान सुनने की,
मैं हँस कर भी कहूँगा तो तुम रोने लगोगे।
Zid Mat Kiya Karo Meri Daastaan SunNe Ki,
Main Hans Kar Bhi Kahunga To Tum Rone Lagoge.
एक बार देख तो लेते आँखों की उदासियाँ,
मेरी मुस्कराहट से तुम क्यूँ फरेब खा गए।
Ek Baar Dekh To Lete Meri Aankhon Ki Udaasiyan,
Meri Muskurahaton Se Tum Kyun Fareb Kha Gaye.