Dooriyon Se Fark Nahi Padta
दूरिओं से रिश्तों में फर्क नहीं पड़ता,
बात तो दिल की नजदीकियों की होती है,
पास रहने से भी रिश्ते नहीं बन पाते,
वरना मुलाकात तो रोज कितनों से होती है।
Dooriyon Se Rishton Mein Fark Nahi Padta,
Baat To Dil Ki Najdeekiyon Ki Hoti Hai,
Paas Rehne Se Bhi Rishte Nahi Ban Paate,
Varna Mulakaat To RoJ Kitno Se Hoti Hain.
कोई चला गया दूर हमसे तो क्या करें,
कोई मिटा गया सब निशान तो क्या करें,
याद आती है उसकी हमें हद से ज्यादा,
मगर वो याद ना करें तो क्या करें?
Koyi Chala Gaya Door Humse To Kya Karein,
Koyi Mita Gaya Sab Nishan To Kya Karein,
Yaad Aati Hai Uski Hamein Hadd Se Jyada,
Magar Wo Yaad Na Kare To Kya Karein?